बेपटरी हुई यातायात व्यवस्था, बीच रोड पर चालक खड़े कर देते हैं वाहन जाम में फंसी एम्बुलेंस
![ad](https://mptodaynews24.com/wp-content/uploads/2023/09/Mptodaynews24-logo-11.jpeg)
बेपटरी हुई यातायात व्यवस्था, बीच रोड पर चालक खड़े कर देते हैं वाहन जाम में फंसी एम्बुलेंस
खण्डवा बड़ोदा मार्ग और टॉकीज चौराहे की यातायात व्यवस्था बदहाल
अलीराजपुर खण्डवा बड़ोदा मार्ग की यातायात व्यवस्था इन दिनों फिर से बिना पटरी के चल रही है। इस संबंध में ट्रेफिक विभाग भी कोई खास कार्रवाई करते नहीं दिख रहा है। इस मार्ग पर यातायात थाना करीब होने से फिर भी कोई कठोर कार्यवाही नही की जा रही है। वाहन चालकों का जहां से मन होता है वहां से वाहनों को निकालते हैं। भारी वाहनों के चालक अपने वाहन सड़क पर ही खड़ा करके चले जाते हैं। जिसके कारण प्रति दिन जाम से राहगीरों को गुजरना पड़ता है। इस मार्ग पर दुकानों के सामने बेतरबियत से बड़े बड़े वाहन खड़े कर देते है। जिस कारण हाइवे मार्ग पर जाम की स्तिथि बन जाती है। जबकि उक्त मार्ग से दिनभर प्रषासन के आला अधिकारियो का आवागमन होते रहता है,इस मार्ग से प्रतिदिन कलेक्टर, एसपी, जिपं सीईओ, अपर कलेक्टर, एसडीएम, तहसीलदार, सीएमएचओ, नपा सीएमओ सहित कई वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारियो का आवागमन होता है। अब सवाल यह उठता हैं। इस समस्या को अनदेखी की जा रही है। या फिर कोई बड़ी दुर्घटना होने के इंतजार कर रहे है।
ट्रेफिक कर्मियों द्वारा यातायात सुधारने के नाम पर शहर के बाहर बिना हेलमेट के चालान ही काटकर यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने की इतिश्री कर ली जाती है। जबकि शहर के मुख्य बाजार में बेतरतीब खड़े वाहन मुख्य बाजार की संकड़ी सड़कों पर फोर व्हीलर पर कोई लगाम नहीं कसी जा रही है। जिससे शहर में बदहाल यातायात व्यवस्था से हर कोई परेशान हो गया है। शहर में वाहन खड़े करने को लेकर यह स्थिति है कि वाहन कहीं भी खड़ा कर दो उसे पूछने वाला काेई नहीं है।
सिनेमा चौराहे पर लगी गाडियो की लंबी कतार एम्बुलेंस फंसी जाम में
ट्राफिक व्यवस्था बिगड़ती ही जा रही है। इसमे कोई सुधार करने की कवायद नहीं हो रही है। सिनेमा चौराहे की स्थिति यह है। कि यहां थोड़ी थोड़ी देर में में जाम लग जाता है। वाहनों की लंबी लंबी लाइन लग जाती है। आश्यर्य की बात यह है कि इन अव्यस्थाओं को कोई देखने सुनने वाला नहीं है। जाम में इमरजेंसी वाहन एम्बुलेंस को जगह नही मिलती
एंबुलेंस का चालक काफी देर तक सायरन बजाता रहा, लेकिन एंबुलेंस को जाने का रास्ता नहीं मिल सका।काफी मशक्क्त के बाद वाहन रेंगते हुए आगे बढ़े। पीछे से एंबुुलेंस भी रेंग-रेंगकर चली एंबुलेंस जाम में रहने से मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। विदित हो कि सिनेमा चौराहे पर सड़क किनारे मोटरसाइकिल, टेंपो और ठेला के साथ-साथ यात्री बस भी लगने से अक्सर जाम लगा रहता है।जहां मर्जी होती है वहां पर लोग अपनी गाड़ी खड़ी कर देते हैं। वाहन खड़े कर वाहन मालिक चले जाते हैं और दूसरे लोग परेशान होते रहते हैं। पहले तो चौराहे पर पुलिस की तैनाती रहती थी लेकिन अब नहीं रहती है। यह भी एक वजह हो सकती हैं कि व्यवस्था को देखने वाले चौराहे से नदारत रहते है। खण्डवा बड़ोदा मार्ग की हालत तो काफी दयनीय स्थिति में है। मार्ग पर आमने-सामने से वाहन अगर आ जाए तो ट्राफिक का लंबा जाम लग जाता है। एक बार जाम लगा तो जाम में फंसा व्यक्ति 15 से 20 मिनट बाद जाम से मशक्कत कर निकल पाता है। यहां दोनों तरफ दुकानें होने से मोटरसाइकिल सवार अपनी गाड़ी खड़ी कर सामान की खरीदारी करते हैं। लेकिन दुकानदार भी उन वाहन मालिकों को समझाईश नहीं देते कि अपने वाहन साइड में खड़े करें। वहीं तेज गति से वाहन चालकों पर भी उचित कार्यवाही नहीं हो रही है ।
आखिर कब सुधरेगी व्यवस्था
आमजनमें अब यह सवाल पैदा हो गया है कि नगर में बिगड़ी यातायात व्यवस्था आखिर कब सुधरेगी। साथ ही ट्रैफिक विभाग सिर्फ चालान काटने पर ध्यान नहीं देकर शहर की मूल यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए कब सक्रिय होगा।