ग्राम पारा में बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर दो गुटों में हुआ था विवाद,जोबट में जयस द्वारा राष्ट्पति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सोपा।
ग्राम पारा में बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर दो गुटों में हुआ था विवाद,जोबट में जयस द्वारा राष्ट्पति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सोपा।
जोबट:- 15 नवम्बर को महामानव भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के शुभ अवसर पर ग्राम पारा में महानायक टंट्या भील की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में मोहन नारायण नामक व्यक्ति दुवारा बिरसा एवं टंट्या भील के कार्यो एवं संघर्षो पर चर्चा न करते हुये,इंदौर से यहा आदिवासी क्षेत्र पारा में आकर आदिवासी संगठन जयस के ऊपर राजनीतिक से प्रेरित होकर अनैतिक भड़काऊ भाषण दिए एवं भड़काऊ भाषण दिया गया है।जिससें आदिवासी समुदाय के बीच तनावपूर्ण स्थिति पैदा हुई है। यह भाषण आदिवासी समाज के लिए
अपमानजनक,अर्नगल एवं निराधार बेबुनियाद आरोप लगाए है,आपसी भाई चारे तथा सौहार्द्र बिगड़ने का काम किया है जिससे पूरे भारत देश के आदिवासियों की भावना को ठेस पहुची हैं ओर चारों और आक्रोश की स्थिति निर्मित हो गई है। सार्वजनिक खुले मंच से इस प्रकार से आदिवासी समुदाय के बीच आपसी मन मुटाव की स्थिति उत्पन्न हो रही है।जिसके कारण पारा जयस के कार्यकर्ताओं के द्वारा पुलिस चौकी पारा में मोहन नारायण नामक व्यक्ति के खिलाफ आवेदन देने थाने जा रहे थे परन्तु वहां भाजपा एवं आरएसएस तथा हिन्दू जन जाति मंच के लोग जयस कार्यक्रताओं को रास्ते में ही रोक लिया और गाली गलौज करने लगे तथा थाने में जाने के पहले ही आवेदन फाड़कर फेक दिया और नारे बाजी करने का झूठा आरोप लगाकर मारने लगे जिसमें विकास पिता रूपसिंह मुनिया,अजित पिता छगनसिंह, सिंगाड,भरत आखड़िया से मारपीट की गई उसके बावजूद प्रशासन द्वारा मूकबधिर होकर कार्यवाही नही कर रही है। इस प्रकार की भेदभावपूर्ण कार्यवाही से आदिवासी समुदाय में आक्रोश एवं निराश महसूस कर रहा है,जानबूझकर,राज्यसरकार पुलिस अधिकारियों के द्वारा अनुसूचित जनजातियों के बीच आपसी में एक दूसरे के विरूद्ध में गृह युद्ध की स्थिति निर्मित की जा रही है। मोहन नारायण के विरुद्ध एवं मारपीट करने वालो के खिलाप तत्काल कार्यवाही कर दिया एएफआईआर दर्ज करने की कार्यवाही की जावे। वही दूसरी ओर जिला रतलाम में कुरचित षड्यंत्र के तहत स्थानीय प्रशासन की मौजूदगी में क्षेत्रीय सांसद माननीय गुमानसिंह डामोर एवं स्थानीय विधयाक दुवारा जो घटना को अंजाम दिया गया हैं तथा जबरन जयस युवाओं पर केस दर्ज कर गिरफ्तार किए गए है। उन्हें अविलम्ब रिहा किया जावे।इस अवसर पर ज्ञापन के दौरान जयस जोबट अध्यक्ष सरदार अजनार,प्रकाश गाडरिया, वीरेंद्र बघेल,,रघुनाथ मुजाल्दा, मोतेसिंह भूरिया, प्रदीप डुडवे,भूरसिंह डावर,ज्ञापन का वचन जयस संरक्षक श्री रमेश डुडवे ने किया आदि कार्यकता उपस्थित थे