खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बह रही नर्मदा, राजघाट का जलस्तर 125 मीटर पर पहुंचा तटीय गांवो पर मंडरा रहा डूब का खतरा
बड़वानी प्रदेश सहित जिले में हो रही तेज बारिश से नदी नाले उफान पर है इसके साथ ही क्षेत्र में नर्मदा नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है राजघाट में नर्मदा का जलस्तर कभी 125 मीटर तक पहुंच गया है नर्मदा नदी खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है इस बीच तटीय गांवो में फिर डूब का खतरा मंडराने लगा है
कछार क्षेत्र में हुई बारिश और ऊपरी बांधों की टरबाइन से पानी छोड़ने से शहर के पास नर्मदा नदी का जलस्तर सुबह खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया जलस्तर बढ़ने से नए घाट पर बनी छतरिया लगभग डूब चुकी है वही पुराने घाट का घुमावदार एरिया डूब गया है इसके चलते जिला प्रशासन व एन वी डी ए विभाग भी सक्रिय हो गया है राजघाट में नर्मदा का जलस्तर 125 मीटर दर्ज किया गया है खतरे के निशान 123.280 मीटर से करीब डेढ़ मीटर से ज्यादा ऊपर है बता दें कि राजघाट सहित जिले का तटीय क्षेत्र सरदार सरोवर बांध के बनने पर डुब की जत में आता है राजघाट में डूब उच्च लेवल 138.60 मीटर है 127 मीटर पर पुराना पुल डूबता है जबकि 129 मीटर पर राजघाट टापू बनता है बीते चार-पांच वासियों की तुलना इस बार राजघाट में नर्मदा का बैक वाटर जुलाई के दूसरे सप्ताह में ही खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है एनवीडीए के ई ई एस एस चोगड़ के अनुसार गत माह से ऊपरी बांधों पर टरबाइन से पानी छोड़ा जा रहा है इससे नर्मदा के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है बीते 15 दिनों के दौरान 6 से 7 मीटर जलस्तर बढ़ा है