विश्व आदिवासी दिवस पर डॉ प्रीति बाला बघेल ने आदिवासी ड्रेस कोड में जिला चिकित्सालय में लोगों का ईलाज करते हुए
विश्व आदिवासी दिवस पर डॉ प्रीति बाला बघेल ने आदिवासी ड्रेस कोड में जिला चिकित्सालय में लोगों का ईलाज करते हुए
शासकीय अवकाश नही होने से आदिवासी कर्मचारी अधिकारी मायूस होकर कार्यलयों में कार्य करते रहें।
अलीराजपुर :- संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा घोषित 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर शासकीय अवकाश घोषित नही किये जाने से कार्यलयों में अपने पारम्परिक वेश भूषा में आदिवासी कर्मचारी अधिकारी ड्यूटी करते हुए देखे गए हैं, साथी कर्मचारियों ने अवकाश नही मिलने से नाराजगी भी व्यक्त की गई। ऐसा ही एक मामला जिला अस्पताल अलीराजपुर में आदिवासी ड्रेस कोड में कार्य करते हुए डॉक्टर प्रतिबाला बघेल को देखा गया। ज्ञात हो कि डॉ.बघेल मेडम वर्ष 2016 से जिला चिकित्सालय अलीराजपुर में स्त्री रोग विशेषज्ञ एवं जिला ब्लेड बैंक प्रभारी अधिकारी के पद पर पदस्थ होकर कार्यरत हैं। डॉ. बघेल मेडम ने कहा कि आदिवासीयों की सुरक्षा, अधिकार और संस्कृति को बचाने के लिए प्रत्येक वर्ष विश्व आदिवासी दिवस मनाया जाता है,और हम सब अधिकारी कर्मचारीयों की भी जिम्मेदारी हैं कि हमारी संस्कृति और अधिकार को बचाये रखा चाहिए। मैं हर साल विश्व आदिवासी दिवस पर आपकी संस्कृति अनुरूप आदिवासी ड्रेस के साथ ही चांदी के गहने पहने कर अपनी संस्कृति के संरक्षण का संदेश देने का प्रयास करती हूँ,और जिला अस्पताल में मरीजों को देखती हूँ और ईलाज करती हूं।मुझे अपनी संस्कृति पर गर्व है,और मुझे बहुत खुशी मिलती है। अवकाश नही मिलने के कारण हम लोग हमारे सबसे बड़े दिवस के कार्यक्रम एवं सांस्कृतिक महारैली में सम्मिलित नही हो पाते हैं जिसका हम को दुख होता है।