राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मेले का होगा आयोजन

राज्य शिक्षा केन्द्र के निर्देशानुसार बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान मेले का होगा आयोजन

राज्य शिक्षा केंद्र के निर्देशानुसार 9 फ़रवरी को सभी शासकीय प्राथमिक शालाओं में कक्षा एक व दो के विद्यार्थियों के लिए FLN (बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान) मेला लगाया जाएगा। FLN मेले के लिए विशेष तैयारियाँ व गतिविधियां प्रारंभ हो चुकी है। इसे सफल बनाने के लिए दिनांक 5 फरवरी को डाइट में प्रथम संस्था के प्रतिनिधि देवीसिंह एवं रविकांत द्वारा बीएसी, जनशिक्षकों का उन्मुखीकरण किया गया। जिसमें डीईओ व डीपीसी-इंचार्ज श्री अर्जुन सिंह सोलंकी, डाइट फेकल्टी श्री के.सी.सिसोदिया, निपुण प्रोफेशनल पल्लवी जैन, एपीसी जितेंद्र चौहान, एम एम जाटव, शिवनारायण वाणी एवं नेव सिंह डुडवे द्वारा स्टाल देखे गए एवं मेले की प्रक्रिया को समझा गया। जिला स्तर के प्रतिनिधियों ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में किए गए प्रावधान अंतर्गत निपुण भारत द्वारा 2027 तक सम्पूर्ण देश में एफ.एल.एन. मिशन के लक्ष्य प्राप्ति हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे है, जिसमें कक्षा तीसरी तक बच्चों को समझ के साथ 60 शब्द प्रति मिनट की रफ़्तार से पढ़ना व बुनियादी संख्याज्ञान (4 अंक की संख्याएं व संक्रियायें) आनी चाहिए। इसी के लिए आलीराजपुर जिले मे भी मिशन के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें से एक प्रयास FLN मेला भी है। इसका मुख्य उद्देश्य सामुदायिक सहभागिता और पालकों को बच्चों के दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले सीखने के अवसरों को कक्षा के अतिरिक्त घर पर कैसे मदद मिल सकती है, पर कार्य करना है। इन प्रयासों हेतु समुदाय एवं पालकों (विशेषकर माताओं) को सीखने–सीखाने में भागीदार बनाने हेतु जागरुकता लाने की आवश्यकता है। इस हेतु सभी प्राथमिक शालाओं में दिनांक 9 फरवरी को एफएलएन मेले का द्वितीय चरण का आयोजन किया जा रहा है। इसका प्रथम चरण 14 सितंबर, 2023 को किया गया था। जानकारी देते हुए बताया गया कि मुख्य रुप से राज्य से प्राप्त रिपोर्ट कार्ड में बच्चों के पांच विकासात्मक क्षेत्र- शारीरिक विकास, रचनात्मक विकास, संज्ञानात्मक विकास, सामाजिक-भावनात्मक विकास और भाषाई विकास की गतिविधियां करवाई जाएगी। इन गतिविधियों के लिए प्रत्येक स्कूल में इन विकास क्षेत्रो से सम्बन्धित पांच स्टॉल लगाए जाएंगे व रिपोर्ट कार्ड भरकर माता–पिता को दिया जाएगा। इस बार द्वितीय चरण में मुख्य बदलाव यह है कि शाला स्तर पर माताओं का समूह निर्माण किया गया है जो इस मेले मे मुख्य किरदार निभाते हुए स्वयं स्टॉल पर बच्चों से गतिविधि करवाएंगे। प्रशिक्षण में जनशिक्षकों द्वारा FLN मेले का आयोजन डेमो के रूप में किया गया। मेले की बेहतर तैयारी हेतु राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा भी 8 जनवरी को यू–ट्यूब लाइव के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया था।

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