फिरौती लेकर खेतिया के चर्चित किराना व्यवसायी मनोज पारेख का दिनदहाड़े अपहरण कर बंधक बनाने वाली गैंग को बड़वानी पुलिस ने दबोचा

फिरौती लेकर खेतिया के चर्चित किराना व्यवसायी मनोज पारेख का दिनदहाड़े अपहरण कर बंधक बनाने वाली गैंग को बड़वानी पुलिस ने दबोचा

तीन राज्यो में 600 km पीछा कर 14 घंटे के भीतर किया गिरफ़्तार

गुजरात के केवड़िया में स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के समीप दबिश देकर बड़वानी पुलिस ने व्यापारी को किडनैपर्स के चुंगल से छुड़ाया

झाबुआ पुलिस की त्वरित मदद से सभी 6 किडनैपर्स को आधी रात को घर पहुँचने से पहले ही दबोचा

किडनैपर्स से वारदात में प्रयुक्त तीन अवैध हथियार किए ज़ब्त

किडनैपिंग की सूचना मिलते ही बड़वानी पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद ने कुल 60 पुलिसकर्मीयों की 10 अलग अलग टीम की थी गठित

परिजनों से पूछताछ, सीसीटीवी फुटेज विश्लेषण, साइबर एनालिसिस, गुजरात पुलिस से समन्वय, किडनैपर्स की पहचान, घटना में प्रयुक्त वाहन की जानकारी, सीमावर्ती ज़िलो से तालमेल आदि अनेक पहलुओं पर किया गया लगातार 14 घंटे कार्य

500 से ज़्यादा कैमरा किए गये चेक, किडनैपर्स का खेतिया से लेकर शाहदा, प्रकाशा, अक्कल्कुआ महाराष्ट्र, शैलअंबा, राज पीपला, केवड़िया, दाहोद गुजरात होते हुवे झाबुआ तक कुल क़रीब 600 km तक किया बड़वानी पुलिस ने पीछा और अंततः झाबुआ पुलिस की मदद से करवड़ में किया गिरफ्तार

प्रारंभिक पूछताछ में किडनैपर्स मनु उर्फ मनोहर पिता नारायण पवार, सचिन पवार, देवेंद्र पिता मनोहर पवार निवासी सेलंबा- गुजरात के कहने पर अपहरण करना स्वीकारा है l बड़वानी पुलिस की टीम उक्त षड्यंत्रकारियों की गिरफ्तारी हेतु हुई तत्काल रवाना

दिनांक 16 जून 2023 को फरियादिया मनीषा पति मनोज पारेख निवासी खेतिया घबराहट के साथ थाने पर आई जिस ने बताया कि अभी मेरे पति किराना दुकान पर बैठे थे और उनके चिल्लाने की आवाज आने पर मैंने देखा तो 3 से 4 लोग उन्हें धक्का मार कर उठा कर मुंह पर स्प्रे मारकर सफेद रंग की अर्टिगा कार में बैठाकर महाराष्ट्र तरफ अपहरण कर ले गए हैं। जिसकी रिपोर्ट पर थाने पर अपराध क्रमांक 159 /23 धारा 365 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। फरियादी से पूछताछ के दौरान पता चला कि सेलआम्बा गुजरात के व्यापारियों से पैसे के लेनदेन को लेकर कुछ दिन पूर्व मनोज पारेख का विवाद हुआ था।

दिनदहाड़े हुए इस अपहरण को लेकर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई ! पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद द्वारा इस घटना को बड़ी गंभीरता के साथ लेते हुए तत्काल 60 पुलिसकर्मियों की 10 अलग अलग टीम गठित कर एसडीओपी राजपुर रोहित अलावा के नेतृत्व में रवाना की गई ।

गठित टीम

टीम 1 ने महाराष्ट्र में सीसीटीवी फुटेजो को खंगाला एवं फूटेजो के आधार पर संदिग्ध वाहन का सेलांबा तरफ जाना पता लगाया,

टीम 2 संदिग्धों के निवास क्षेत्रों तरफ उनके बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए

टीम 3 संदिग्ध व्यक्तियों के फार्म हाउस और निवास क्षेत्रों में दबिश की कार्रवाई करने हेतु ,जिन्होंने दबिश में आरोपियों का वहा नही होना पाया ,आरोपियों के संबंध में संभावित किस तरफ जाने के बारे में जानकरी एकत्रित करी।

टीम 4 संदिग्ध आरोपियों का गुजरात दाहोद तरफ जाने का पता लगने पर उनका पीछा करने के लिए रवाना किया

टीम 5 अपहर्त का केवड़िया स्टेच्यू ऑफ यूनिटी गुजरात में छुपाए गए स्थान में दबिश देकर ढूंढकर लाने में

टीम 6 तकनीकी शाखा के पुलिसकर्मियों की जिन्होंने साइबर कौशल से फील्ड में तैनात टीमों की लगातार मदद की

इस तरह पुलिस ने घटना का किया खुलासा

पुलिस अधीक्षक पुनीत गेहलोद जिला बड़वानी के मार्गदर्शन में तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आर डी प्रजापति के मार्गदर्शन में तथा एसडीओपी राजपुर रोहित अलावा के नेतृत्व में गठित टीम तत्काल सक्रिय होकर अपहरणकर्ताओं की तलाश में महाराष्ट्र और गुजरात दो राज्यों मैं रवाना हुई। पुलिस अधीक्षक निरंतर टीम को लीड कर रहे थे। टीम द्वारा महाराष्ट्र के फुटेज देखने पर वाहन का नंबर MP13CE 2994 प्राप्त हुआ जिसका रूट सेलआम्बा गुजरात जाना दिखाई दिया। तत्काल संदिग्धों के निवास क्षेत्र की जानकारी वाली टीम एक्टिव होकर संदेहीयो के घर पहुंची। जहां पर संदेही व्यक्ति नहीं मिले। संदेहीयो के फार्म हाउस पर व्यापारी मनोज पारीक के होने की शंका होने पर तत्काल टीम द्वारा पूरे फार्म हाउस की सघन तलाशी ली गई जो बहुत ही बड़े एरिया में था जहां पर भी अपह्त मनोज पारेख का कोई पता नहीं चला। तकनीकी शाखा टीम ने तकनीकी माध्यमों से पता करके बताया कि संदिग्ध लोग दाहोद होकर गुजरात तरफ जाने वाले हैं। पुनः संदिग्ध व्यक्तियों का पीछा करने वाली टीम दाहोद गुजरात तरफ रवाना हुई। टीम को जानकारी मिली कि सफेद कलर की अर्टिगा कार मैं 6 संदिग्ध बैठे हैं जो झाबुआ होकर नागदा या उज्जैन तरफ रवाना होने वाले हैं। पुलिस टीम तत्काल हरकत में आई नाकाबंदी करने हेतु मार्ग में आने वाले सभी थानों चौकियों को अलर्ट किया। झाबुआ जिले की करवड चौकी में नाकाबंदी कर उक्त सफेद कलर की अर्टिगा कार को रोका गया जिसमें 6 संदिग्ध व्यक्ति मिले। पुलिस टीम ने संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की उन्होंने बताया कि हमने व्यापारी मनोज पारेख का अपहरण करके उसे केवड़िया गांव स्थित स्टेचू ऑफ़ यूनिटी के पास के होमस्टे मैं हाथ पैर बांधकर बंधक बनाकर रखा है। जिस पर तत्काल पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा गठित टीम बिना देर किए तत्काल स्टैचू ऑफ यूनिटी पहुंची सघन सर्चिंग करने के पश्चात टीम ने अपह्त हुए व्यापारी मनोज पारेख को सकुशल अपहरणकर्ताओं के चुंगल से छुड़ाया। इस तरह बड़वानी पुलिस टीम ने 6 अपहरण कर्ताओं के मंसूबों को नाकाम कर मात्र 14 घंटों में सनसनीखेज अपहरण का खुलासा किया। 

*विशेष सहयोग:* झाबुआ पुलिस का रहा

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