बेटी व दामाद से जान का खतरा बताकर 90 वर्षीय वृद्धा ने लगाई न्याय की गुहार।
अलीराजपुर यु तो घर के बुजुर्ग माता-पिता की पूजा की जाती है और उनका आदर सम्मान किया जाता है मगर इस कलयुग मे बुढ़ापे में वृद्ध मां-बाप को अपनी ही बेटी और दामाद से जान का खतरा है। मामला अलीराजपुर जिले के पानगुडा का है जहा एक वृद्ध जोडा अपनी ही बेटी से प्रताड़ित होकर न्याय की गुहार लगा रहा है बुढापे की लाठी उनकी संतान को माना जाता है परंतु इसके विपरीत इस कलयुग में अलीराजपुर जिले के पानगुडा गांव के पुजारा फलिया में वृद्ध दंपति कान्ति एवं उनके पति नरसिंग मसानिया , जिन की आयु 90 वर्ष की है उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप पटेल व कलेक्टर अभय अरविंद बेडेकर को एक आवेदन देकर अवगत कराया ही की उनकी जान को अपनी ही बेटी दामाद व नाती से खतरा है। वृद्ध दंपति का आरोप हैं कि उन्हें उनकी पुत्री सागरी एवं दामाद गजरिया व नाती रमेश , दिनेश , पारू, आदि द्वारा आए दिन गाली गलौज मारपीट करते हैं और वृद्ध दंपती के साथ अभद्र व्यवहार कर उन्हे प्रताडित करते है।
आखिर क्यो है वृद्ध दंपती को अपनी ही बेटी से जान का खतरा
वृद्ध दंपति का आरोप है कि उनकी लड़कियां एवं उनके बच्चे उनको खाने पीने के लिए कुछ नहीं देते वृद्ध अवस्था में खुद के लिए खाना बनाते हैं और लकड़ी के सहारे से धीरे-धीरे चलकर हैंडपंप से पिने के लिए पानी लेकर आते हैं मुसीबत से अपना गुजर बशर कर रहे दंपती का दुख चेहरे से साफ झलकता है।
हाल ही में उनकी लड़की सागरी एवं गंजरिया एवं उनके बच्चों द्वारा कुल्हाड़ी लेकर घर पर आकर मारपीट करने लगे वृद्ध दंपती का आरोप है की हमे जान का खतरा है समय रहते आस पास के रहवासी आवाज सुनकर आ गये वृद्ध दंपती द्वारा जान का खतरा भाप कर चिल्ला चोट करने पर पड़ोसी और गांव के लोगों ने बीच बचाव किया अन्यथा जान से मार देते। वही बुजुर्ग दंपति का यह कहना है कि उनकी जान को उनकी लड़की एवं उनके नातीपुतों से खतरा है।
पुर्व मे बेची थी जमीन लेवाल को दे रहे धमकी
वृद्ध दंपती को पैसों की आवश्यकता पड़ने पर करीब 15 वर्ष पहले परिवार की सहमति से एक खेत ईडा पिता रितु निवासी पानगुड़ा को बेच दिया था परंतु अब सागरी एवं उसका पति एवं उसके बच्चे इडा को धमका रहे है और विवाद कर रहे है जबकी उक्त खेत की बिक्री हो चुकी है। बुजुर्ग दंपति का यह भी आरोप है कि उनकी लड़की सागरी ने उनकी बाकी लड़कियों की ओर उनकी चांदी गिवे रख दी और आज तक नहीं छुड़ाई और ना ही वापस लौटाई