अलीराजपुर में नगर पालिका की लापरवाही से नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। नगर के 18 वार्डों में नालियों की नियमित सफाई नहीं हो रही है। नगर पालिका केवल रूटीन सफाई तक ही सीमित है। नालियां कचरे से भरी हुई हैं। नुक्कड़ों पर कचरे के ढेर लगे हैं। सफाई कर्मियों की संख्या भी कम है। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक फोन नहीं करें, सफाई नहीं होती।
सीएमओ की लापरवाही के कारण शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल है। एक सप्ताह पहले सूचना देने के बावजूद न तो दवा का छिड़काव हुआ और न ही नालियों की सफाई। नागरिकों का आरोप है कि वर्षों से शहर में दवा का छिड़काव नहीं हुआ, जबकि बिल लाखों के बनाए गए। नागरिकों ने मांग की है कि दवा छिड़काव के समय हर वार्ड के पांच स्थानीय लोगों की गवाही, हस्ताक्षर और फोटो अनिवार्य किया जाए। इससे छिड़काव में हो रहे भ्रष्टाचार पर रोक लग सकेगी।
कुछ लोगों का कहना है कि जब वे सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करते हैं, तो उन्हें डरा-धमका कर शिकायत वापस करवा ली जाती है।
ऐसे ही नगरपालिका से जुड़े कहीं महत्वपूर्ण मुद्दों से हम आप को रुबरु करेंगे कहीं तथ्य सामने लाएंगे।