चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं, पंख देती है, मैं आज पंख देने आया हूं… माननीय मुख्यमंत्री द्वारा सीखों-कमाओ योजना का शुभारंभ
चिड़िया अपने बच्चों को घोंसला नहीं, पंख देती है, मैं आज पंख देने आया हूं… माननीय मुख्यमंत्री द्वारा सीखों-कमाओ योजना का शुभारंभ
माँ नर्मदा शासकीय महाविद्यालय सोंडवा , अलीराजपुर में प्रभारी प्राचार्य डॉ. गीतांजली वर्मा के निर्देशन में दिनांक 4/7/23 को भोपाल के रविंद्र भवन में आयोजित “मुख्यमंत्री सीखो – कमाओ योजना” कार्यक्रम का सीधा प्रसारण महाविद्यालय के सभाग्रह मे किया गया l
मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने युवाओं के लिए मुख्मंत्री सीखों-कमाओ योजना की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि चिड़िया अपने बच्चों को कभी घोषला बनाकर नहीं देती, वह पंख देती है और मैं आज पंख देने आया हूं। इसलिए हमने ’सीखो-कमाओ योजना’ बनाई है। उक्त योजना के जरिए मध्य प्रदेश सरकार अपने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को ’कुशल मानव शक्ति’ में बदलना चाहती है।
इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है। आज से प्रदेश में मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना लागू हो रही है, जो युवाओं में नया उत्साह, आशा और विश्वास भरेगी। सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना देश का अनूठा प्रयोग है। उद्योग, कंपनियां और सर्विस सेक्टर उत्साह के साथ इस योजना से जुड़ रहे हैं। स्किल्ड मैनपॉवर और युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करने की दिशा में मध्यप्रदेश एक बार फिर नया इतिहास रचेगा।
योजना की शुरूआत करते हुए सीएम ने रवींद्र भवन में सैकड़ों युवाओं को योजना के बारे में जानकारी भी दी और मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना पोर्टल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर सीएम ने प्रशिक्षणार्थी युवा राज कुशवाह का पहला पंजीयन स्वयं किया। सीएम ने मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना में युवाओं के पंजीयन हेतु एमएमएसकेव पोर्टल एवं मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया। योजना के माध्यम से इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, मैकेनिकल, सिविल, मैनेजमेंट एवं मार्केटिंग क्षेत्र, सेवा क्षेत्र होटल मैनेजमेंट, टूरिज्म और ट्रैवल अस्पताल, रेलवे, आईटी और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट क्षेत्र , उद्योग-उन्मुखीकरण आदि क्षेत्रों में 700 कामों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री सीखो और कमाओ योजना के तहत पात्र युवाओं को जहां काम सीखने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा l
योजना में 18 से लेकर 29 वर्ष तक के मध्य प्रदेश के निवासी युवा पात्र होंगे। 12 वीं, आईटीआई पास, उच्च शिक्षित युवा भी योजना के लिए आवेदन भर पाएंगे। समग्र पोर्टल पर आधार ई-केवाईसी जरूरी है। रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर और ईमेल होना जरूरी। बैंक खाता आधार से लिंक और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) होना जरूरी है। 12वीं उत्तीर्ण युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा धारी को 9000, और स्नातक अथवा उच्च शिक्षित युवाओं को 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के रुपये में प्रतिमाह प्रतिमाह दिया जाएगा।